अपनी ही ख्वाहिशें (कविता) #लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता -06-Jun-2023

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अपनी ही ख्वाहिशें ( कविता) मजा आ रहा है मुझे एक के बाद एक अपनी ही ख्वाहिशों को मारने में उनका गला घोंटने में अपने परिवार और अपने चाहने वालों को ...

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